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सोमवार, 18 मई 2020

कोरोना से ज्यादा अब भूख से मौत का खतरा : ख्याति सिंह

पटना [अनूप नारायण] : पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री मतंग सिंह की पत्नी व भोजपुरी की चर्चित अभिनेत्री ख्याति सिंह के टीम के द्वारा आज लगातार 55 वे दिन भी महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में लोगों के बीच राहत सामग्री वितरण का कार्य जारी रहा. ख्याति सिंह ने बताया कि उनका ससुराल छपरा जिले के तरैया प्रखंड के आकूचक है जो महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. क्षेत्र में उनके परिवार ने काफी सामाजिक कार्य किए हुए है. अपने परिवारिक विरासत के तहत लोगों की सेवा कर रही हैं. उनके द्वारा किए जा रहे सेवा कार्य को लेकर कई सारे लोग दुष्प्रचार भी कर रहे हैं पर वह डिगने वाली नहीं है.

लॉक डाउन  समाप्त होने के बाद वे और सक्रिय रूप से महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के तरैया मसरख, बसंतपुर, गोरियाकोठी, महाराजगंज, बनियापुर, एकमा, माझी में लोगों के सहयोग के लिए राहत कैंप लगाएंगी. उन्होंने कहा कि भूख और गरीबी का कोई धर्म और जाति नहीं होता है उन्होंने सिर्फ सेवा भाव से प्रेरित होकर संकट की इस घड़ी में लोगों की सहायता के लिए मदद के हाथ बढ़ाऐ है जिसमें स्थानीय स्तर पर युवाओं का काफी सक्रिय योगदान मिल रहा है. उनके इस अभियान के प्रेरणा स्रोत उनके पति पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री मतंग सिंह है.कोरोना वायरस के बाद उत्पन्न हुए हालात से निपटने के लिए फिल्म अभिनेत्री ख्याति सिंह और अरनव मीडिया एंटरटेनमेंट टीम ने 24 मार्च से ही मोर्चा संभाला है.महाराजगंज लोक सभा क्षेत्र के  युवाओं ने फिल्म अभिनेत्री ख्याति सिंह के नेतृत्व में सोशल मीडिया पर एक  ग्रुप  बनाकर आह्वान किया और  खाद्य सामग्री व सफाई वायस निरोधक किट सहित लोगों के बीच खाद्य सामग्री मुहैय्या कराया है।.  गरीब असहाय लोगों का निःस्वार्थ सेवा कर रही  फिल्म अभिनेत्री ख्याति सिंह ने बताया कि युवा वर्ग उनके इस अभियान को काफी ज्यादा समर्थन दे रहा है फिलहाल वे दिल्ली में है  वही से सोशल साइट्स के माध्यम से पूरे अभियान को नियंत्रित कर रही हैं .उनका कहना है कि इस विषम संकट में कतिपय  गरीब असहाय लोगों के पास  राशनकार्ड भी नहीं है और वे दैनिक मजदूरी पर निर्भर है, उनके लिए भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। वे अपने निजी कोष से इस नेक कार्य को कर रही हैं।महाराजगंज के विभिन्न पंचायतों, वार्डों में  अपने टीम के माध्यम से गरीब असहाय लोगों के बीच भोजन सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें प्रमुख रूप से चावल, आलू, दाल, सत्तू, नमक आदि दिया जा रहा है। ख्याति ने राज्य और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि लोग पैदल दिल्ली पंजाब महाराष्ट्र से आ रहे हैं पर न केंद्र सरकार और राज्य सरकार गरीब मजदूरों के लिए कुछ कर पा रही जितनी भी योजनाएं और राहत है सब कागजो तक ही सिमटा हुआ है देश में आपातकाल जैसे हालात है गरीब व मध्यम वर्ग को देखने और सुनने वाला कोई नहीं. आज लॉक डाउन का तीसरा फेज भी समाप्त हो गया आगे क्या होगा इस पर भी संशय बरकरार है. मरीज बढ़ते जा रहे हैं और बिहार में सरकार छूट देते जा रही है यह लोगों को मारने की साजिश है अगर ऐसे में महामारी विकराल होती है तो क्या राज्य सरकार जिम्मेवारी लेगी.

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