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आखिर सदन में अपनी ही सरकार को घेरने में क्यूँ लगे हैं सारण से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी


पटना | अनूप नारायण :
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सारण से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी इन दिनों से सदन में ज्यादा प्रखर नजर आ रहे हैं। पूरी तैयारी करके जाते हैं। पिछले 2 दिनों के अंदर उन्होंने कई सारे अहम मुद्दों पर अपनी ही सरकार को न सिर्फ घेरा है बल्कि तथ्यों के साथ आईना भी दिखाया है। कल सदन में राजीव प्रताप रूडी खानपान पकवान लेकर बिहार के परंपरागत खाद्य पदार्थों की ब्रांडिंग पर केंद्र सरकार की बेरुखी पर बोल रहे थे। उन्होंने सिलाव का खाजा, मनेर के लड्डू, सीतलपुर के रसगुल्ले, हाजीपुर के केले, मुजफ्फरपुर की लीची और फूड प्रोसेसिंग का मामला पूरी गंभीरता से उठाया था। आज देश मे पायलटो के ट्रेनिंग और पटना हवाई अड्डे के विस्तार के नाम पर हो रही खानापूर्ति के सवाल पर संसद में तल्ख नजर आए। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में उन्होंने अपना तर्क व दर्द सबको सुनाया कि किस तरह देश के नागरिक उड्यन मंत्री से मिलने तक का उनको समय नहीं मिलता।

देश में प्रतिवर्ष एक हजार पायलटो की आवश्यकता होती है और मात्र ढाई सौ लोगों की ट्रेनिंग ही भारत सरकार दे पाती है। रूढ़ी बिहार के पुराने ऐसे नेता है जिनका मुकाबला हर बार लालू यादव या उनके परिजनों से ही लोकसभा चुनाव में होता है। सारण में छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे ज्यादा समय पढ़ने लिखने में ही देते हैं। बेहतर बोलते हैं। पिछली सरकार में स्किल डेवलपमेंट मंत्री थे बिना किसी कसूर के बीच में ही उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। उसके बाद से सरकार पार्टी और संगठन में उन्हें धीरे-धीरे दरकिनार करने की साजिश चलने लगी। हद तो तब हो गई कि गत वर्ष लोकसभा चुनाव में सारण से उन्हें भाजपा का टिकट मिलेगा कि नहीं इस पर भी संशय की स्थिति बरकरार हो गई थी। पर वे रुकने वाले नहीं थे उन्होंने अपना पूरा समय अपने संसदीय क्षेत्र को देना शुरू किया। गांव-गांव का सघन दौरा किया लोगों के दर्द को जाना और सड़क से लेकर संसद तक बिजली पानी स्वास्थ्य के मुद्दों को उठाया। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि रूडी का अज्ञातवास जल्दी समाप्त होने वाला है। उन्होंने जिस तरह से खुद में बदलाव किया उससे उनकी छवि हाईटेक नेता की जगह अब एक जनप्रिय नेता के रूप में पूरी तरह स्थापित हो गई है। संसद में आज के उनके तल्ख बयान के बाद विपक्ष जहां उनके समर्थन में उतरा हुआ है वहीं भाजपा के दिल्ली से लेकर पटना तक के प्रवक्ता रूडी के बयान को एक सांसद के बयान के रूप में लेने की बात कर रहे हैं तथा कह रहे हैं कि संसद में सांसद को सवाल उठाने का पूरा अधिकार है इसे दूसरे रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।