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गुरु डॉ. एम. रहमान को मिला वर्ष 2019 का प्रतिष्ठित ग्लोबल अचीवमेंट अवार्ड

पटना [अनूप नारायण] :
वेद और कुरान के ज्ञाता गुरु डॉक्टर एम रहमान को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए वर्ष 2019 के प्रतिष्ठित ग्लोबल अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। बिहार की राजधानी पटना के होटल पनास के सभागार में रंगारंग भव्य कार्यक्रम में बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा, पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर और बिहार के चर्चित फैशन डिज़ाइनर नीतीश चंद्रा ने संयुक्त रूप से 30 बिहारी विभूतियों को विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित किया।
इस अवसर पर मिसेज इंडिया और खिताब जीतने वाली बिहार की बहू आरती सिंह आकर्षण का केंद्र रहीं। कार्यक्रम संयोजक फैशन डिज़ाइनर नीतीश चंद्रा ने बताया कि यह सम्मान समारोह अब हर वर्ष आयोजित किए जाएंगे। आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार विनायक विजेता, कार्टूनिस्ट पवन, कथाकार रत्नेश्वर, चिकित्सक डॉ विजय राज सिंह, समाजसेवी ओम सिंह, शैलेश कुमार सिंह समेत फैशन पत्रकारिता क्षेत्र की कई दिग्गज हस्तियां मौजूद थी.

● जानिए कौन है गुरु डॉक्टर एम रहमान

गुरू डा एम रहमान एक ऐसा नाम जो शायद अधिकतर गरीब अनाथ असहाय बच्चों के जुबान पर रहता होगा।
एक ऐसा शख्स जिसके बल पर लाख छात्र-छात्राएं अपना सपनो के पूरा किये एवं कर रहे हैं।
ऐसा शख्स जिसे हर विपरीत परिस्थितियों में लोग के मदद के लिए खड़े रहने वाले चाहे ब्लड की आवश्यकता हो या कुछ भी,हर तरह से लोगो के लिए मददगार रहने वाला इंसान।
 अद्म्या अदिति गुरुकुल के संस्थापक डॉ गुरु एम रहमान कई वर्षो से गरीब अनाथ असहाय एवं दिब्यनग बच्चों को सिर्फ 11 रुपिया गुरुदक्षिणा न जाने कितने लेकर आईएएस, आईपीएस, DSP, SDM एवम हजारों दारोग़ा सवारे है। गुरु रहमान अपनी उद्देश्य की हर गरीब अनाथ असहाय के घरों में कलम से क्रांति लाना एवं गाँव-गाँव कलम क्रांति का अलख जगाने का काम कर रहे है। हम सभी युवाओं के लिए ये एक सुनहरा अवसर होता है अपने लिए कुछ करने को, अपने परिवार के लिए कुछ करने को,जिसका एक ही हथियार है शिक्षा।
हम सभी के पास अच्छा मौका है खुद की परिस्थिति को बदले को,इन सभी के लिए BPSC एवं दारोग़ा एक सुनहरा अवसर है जिस तरह से MISSION 1717 एवम BPSC 56-59वी ,60-62वी में गुरुकुल के यौद्धाओ ने परचम लहराया है ठीक उसी जुनून एवं जज्बे के साथ 3500 कि बहाली एवं BPSC में परचम लहराने के लिए तैयारी में जुट जाएं।आर्थिक समस्या है तो सीधा सर से सपंर्क करे जितना है उतना दे कर पढ़े, नही है रिजल्ट के बाद दे,लेकिन पढ़े, क्योंकि अद्म्या अदिति गुरुकुल का एक ही उद्देश्य हर गग़रीब अनाथ असहाय के घरों में कलम के क्रांति लानां। हाँ लेकिन अगर आर्थिक समस्या नही है तो झूठ नही बोले क्योंकि इससे गरीब का हक मारा जाएगा।