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मौरा पंचायत सूखाग्रस्त घोषित नहीं, आक्रोशित किसानों ने निकाला कैंडल मार्च


गिद्धौर (धनंजय कुमार 'आमोद') Edited by - Abhishek.

प्रखंड के मौरा पंचायत को सूखाग्रस्त पंचायत घोषित नहीं करने से ग्रामीण किसानों में भारी आक्रोश देखा गया। बीते संध्या विभाग के विरुद्ध किसानों ने कैंडल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया।


इस कैंडल मार्च का नेतृत्व अजीत झा एवं गोपाल झा ने संयुक्त रूप से की।
ये कैंडल मार्च घनश्याम स्थान से प्रारंभ होकर सैकड़ों की संख्या में किसान सरकार एवं कृषि विभाग के विरोध में नारेबाजी करते हुए पूरे पंचायत का भ्रमण कर दुर्गा स्थान भलुआही में जाकर समाप्त हुआ।
कैंडल मार्च में मुख्य रूप से शामिल किसान गोपाल झा, अजीत झा, सुखदेव सिंह, राजेंद्र रावत, कृष्णा रावत, सुखदेव साह, रामजी राम, ललन झा, अवतार सिंह, मुस्ताक अंसारी, महताब अंसारी, नरेंद्र झा, अजय सिंह, टुनटुन सिंह सहित सैकड़ों किसान कहते हैं कि मौरा पंचायत में रोपनी हुई है धान का बिछड़ा सूख गया लेकिन कृषि विभाग द्वारा इसे सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया। इसके विरोध में तब तक हम लोग का आंदोलन जारी रहेगा, जब तक मौरा पंचायत को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया जाए। 


मार्च की अगुवाई कर रहे किसानों ने कहा कि पूरे पंचायत को विभाग के अधिकारी द्वारा जांच किया जाए और सूखाग्रस्त घोषित किया जाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो हम किसान भाई एक जुट होकर प्रखंड कार्यालय से लेकर जिला स्तर पर  उग्र आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे। 
बता दें, गिद्धौर प्रखंड के 3 पंचायत मौरा, रतनपुर और गंगरा को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया। जबकि सुखाड़ से प्रभावित मौरा पंचायत के किसान काफी प्रभावित हुए हैं।