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मलयपुर के CRPF कैम्प में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर कार्यक्रम आयोजित

बरहट (कुमार विश्वजीत सिंह) :-
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाना था परंतु 14/09/ 2019 को शनिवार एवं 15/09/2019 को रविवार होने के कारण सोमवार को 215 बटालियन सीआरपीएफ मल्लापुर  कैंप  परिसर में हिंदी दिवस के उपलक्ष में एक कार्यक्रम का आयोजन श्री मुकेश कुमार कमांडेंट 215 बटालियन के द्वारा किया गया।


इस कार्यक्रम में मिस मोनिका साल्वे दीपक सहायक कमांडेंट 215 बटालियन एवं अधीनस्थ अधिकारी व सभी जवान उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री मुकेश कुमार ने बताएं कि 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। भारत गणराज्य के प्रत्येक केंद्रीय कार्यालय में हिंदी पूरी तरह सरकारी कार्यों की भाषा बन सके। इसी अपेक्षा में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी भारत संघ की राजभाषा है। संविधान के अनुच्छेद 351 के अनुसार केंद्र सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह हिंदी का व्यापक प्रचार प्रसार करें जिससे कि यह देश की मानसिक संस्कृति की सम वाहिका बन सके।
आज हिंदी की व्यापकता को देखते देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी यह लोकप्रियता प्राप्त कर रही है 11 वां विश्व हिंदी सम्मेलन मॉरीशस में सफलतापूर्वक आयोजित होना इसका उदाहरण है।
सीआरपीएफ में भारत के प्रत्येक क्षेत्र से जवान भर्ती होते हैं इसलिए मुख्यतः हमारी एक दूसरे से संवाद की भाषा हिंदी होती है, जहां तक मैं समझता हूं, हमारे बल का प्रत्येक सदस्य हिंदी को बोल एवं समझ लेता है। इसीलिए हम सभी को यह जिम्मेदारी है कि हम कार्य अली कामकाज हिंदी में ही करें ताकि जिसके लिए हम यह काम कर रहे हैं। वह इसे पढ़कर अच्छी तरह समझ सके तभी सही मायनों में सरकार की राजभाषा नीति का क्रियान्वयन हो सकेगा।


इस अवसर पर हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हिंदी विषय की विभिन्न प्रकार का प्रतियोगिता का  आयोजन किया गया,  जिसमें इस बल के कार्मिकों ने हिस्सा लिया सभी प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले कार्मिकों को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।
अंत में श्री मुकेश कुमार कमांडेंट 215 बटालियन ने 215 बटालियन के सभी कार्मिकों को देश के व्यापक हित में हिंदी भाषा का प्रयोग करने का आग्रह किया जिससे पूरा देश को एक सूत्र में लाया जा सके।