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रैपिडो बाइक्स ने पटना में अपना संचालन प्रारम्भ किया




-लोकल पुलिस को 50 से ज्यादा हेलमेट बाॅंटे
-हेलमेट के उपयोग के प्रति किया जागरूक

पटना (अनूप नारायण) : बेंगलुरु आधारित संस्था रैपिडो बाइक्स ने हाल ही में पटना में अपना संचालन प्रारम्भ किया। यह संस्था चार पहिया वाहनों के स्थान पर बाइक्स का प्रचलन कर परिवहन की पुरानी संकल्पना को सम्पूर्ण रूप से रूपान्तर करने में प्रतिबद्ध है। रैपिडो की सेवाओं का दक्षिण भारत में उत्साहपूर्ण रूप से स्वागत किया गया और अब यह उद्योग संपूर्ण भारत में धीरे धीरे अपनी सेवाओं का विस्तार करने में प्रयत्नशील है। उन्होने अपनी सेवाओ की शुरूआत लोकल पुलिस को करीब 50 हेलमेट बाॅंट कर की।

इस संस्था का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को इंधन की कम लागत पर परिवहन के साधन उपलब्ध कराना है जो की ग्राहकों के पैसे तथा समय दोनों बचाएगा। यह संगठन मुख्यतः प्रातः कालीन भारी यातायात के कारण नियमित रूप से यात्रा करने वाले नागरिकों को होने वाली समस्याओं का ठोस समाधान निकालने में कार्यरत है। यह रोजाना यात्रा करने वाले नागरिकों को कार अथवा जन-परिवहन के स्थान पर बाइक्स का चुनाव करने का विकल्प उपलब्ध कराता है जिससे ग्राहक भारी से भारी ट्रैफिक जाम से बचकर अपने गंतव्य पर समय से पहुँच सकें।
यह कैसे काम करता है-
आपको बस एंड्रॉइड के प्ले स्टोर में जाकर रैपिडो का मोबाइल एप डाउनलोड करके अपनी राइड बुक करनी है। इसके बाद आपके लिए एक रैपिडो ‘कप्तान’ अर्थात राइडर नियुक्त किया जाएगा जो आपको तात्कालिक स्थान से लेकर आपके निर्दिष्ट स्थान तक पहुंचाएगा। इसके लिए आपको 15 रुपये बेस फेयर तथा इसके साथ हर अतिरिक्त किलोमीटर के लिए 3 रुपये का ऊपरी शुल्क अदा करना होगा।
रैपिडो इस बात का पूरी तरह से सुनिश्चय करता है की उसके सभी कप्तानों के पास प्रमाणिक ड्राइविंग लाइसेंस हो एवं वे वैध रूप से उन बाइक्स के अधिकारी हों। इसके साथ ही रैपिडो यातायात के नियमों तथा सुरक्षा चेतावनियों का परिपालन करने में प्रतिबद्ध है तथा वह अपने सभी राइडर्स और ग्राहकों को हेल्मेट और बारिश से बचने के लिए शावर कैप्स भी मुहैय्या करता है।
रैपिडो के रिजनल हेड, श्री जितेष कहते हैं, “रैपिडो की संधारणा अकेले यात्रा करने वाले उपभोक्ताओं को कम मूल्यों पर सुविधाजनक तथा उच्चस्तरीय यातायात की सेवाएं प्रदान करने पर आधारित है, खास कर उन ग्राहकों को जिन्हें दूर तक की यात्रा करनी है अथवा किसी स्थान पर जल्दी पहुंचना है। यह ग्राहक कोई भी हो सकता है- एक विद्यार्थी जिसे परीक्षा के लिए देर हो रही है, कोई बीमार जिसे जल्दी अस्पताल पहुँचना है, कोई व्यक्ति जिसे पूर्व नियोजित भेंट के लिए समय पर पहुंचना है, या आपातकालीन परिस्थितिओं में फंसा कोई नागरिक जिसे उस स्थिति से जल्दी निकलना है। हमारा यह मानना हैं कि इन परिस्थितियों में बाइक निश्चित रूप से कार अथवा बस से तेज़ है। परन्तु हमें इस बात का भी ज्ञान है कि हर किसी के पास बाइक नहीं होती एवं हर कोई बाइक चलाना नहीं जानता। इन्हीं अवस्थाओं में आप रैपिडो की सेवाओं का सहारा ले सकते हैं। हम अभी बेंगलुरु, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, भोपाल, इंदौर, हैदराबाद, मैसूर, गुडगाँव, कोलकाता, अहमदाबाद, वडोदरा के साथ 30 अन्य भारतीय शहरों में कार्यरत हैं।”
रैपिडो रोज़गार के साधन जो इस संस्था के माध्यम से उपलब्ध हुए हैं, उन पर भी ख़ासा जोर देता है। रोज़गार की तलाश करने वाले रैपिडो कप्तान के तौर पर आवेदन पत्र डालकर, यहाँ काम करते हुए एक समुचित पगार पा सकते हैं। अभी बहुत से रैपिडो कप्तान 25 हज़ार प्रति माह तक कमा रहे हैं। रैपिडो अपने कप्तानों को हर राइड का एक निश्चित भाग तथा उसके साथ ही बहुत सी दूसरी आकर्षक सुविधायें भी प्रदान करता है।

यह पटना के नागरिकों को एक तेज़, किफायती तथा सुलभ यातायात के साधन का चुनाव करने की स्वतंत्रता दे रहा है।

अपने लोकार्पण के अवसर में यह पटना के निवासियों के लिए एक ख़ास पेशकश ले कर आया है जिसमें उपभोक्ताओं को मात्र 25 रूपए हर 4 किलोमीटर के हिसाब से वहन करना होगा। यह समर्पित है पटना के निवासियों के लिए यातायात को सरल तथा सुगम बनाने में जिससे ग्राहक छोटी सड़कों, तंग गलियों तथा भारी ट्रैफिक जामों के कारण होने वाली परेशानियों को मात दे सकें।