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महापुरुषों के बलिदानों की प्रेरणा से समाज को रू-ब-रू कराने के लिए चलेगा अभियान

पटना (अनूप नारायण) : 16 फरवरी को प्रस्तावित महाराणा प्रताप-भामा शाह स्मृति समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए श्री कृष्ण भवन के हाल में वृहत् बैठक हुई जिसमें राज्य भर से आए पांच सौ से भी ज्यादा लोग शामिल हुए। बैठक का आरंभ पूर्व मंत्री और बिहार आंदोलन के अग्रणी रहे नरेन्द्र सिंह ने किया। अध्यक्षता समाजवादी आंदोलन के पुरोधा और जेपी सेनानी वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया।

श्री नरेन्द्र सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश संकट में  है। जातिवाद और भ्रष्टाचार आज चरम पर है। यही वजह है कि सामाजिक बदलाव के लिए कोई आंदोलन नहीं हो पा रहा है। इसके खिलाफ युवाओं को आगे आना होगा। त्याग और बलिदान के हमारे विरासत रहे हैं। दुर्भाग्य है कि हम अपनी विरासत से भी कटते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज महापुरुषों की जयंती का आयोजन उसी जाति के जातीय संगठन द्वाराआयोजित हो रहा है। विचारों और संस्कारों से आखिर  कितने दरिद्र हो ग‌ए हैं हमलोग।
उन्होंने कहा कि अब सारे महापुरुषों के नाम पर आयोजन होंगे। उनके संदेशों और विचारों से समाज को अवगत कराया जाएगा। लड़ना है तो जाति और मजहब के नाम पर नहीं बल्कि भूख के खिलाफ लड़ने की आदत डालो।
वैशाली सांसद राम किशोर सिंह उर्फ रामा सिंह ने कहा कि देश के महापुरुषों को जाति घरौंदे में डालकर उनके साथ भी ज्यादती हो रही है। उन्होंने कहा कि वे इस अभियान का हिस्सा बन कर इसे सर संभव आगे बढ़ाने में लगेंगे।

बैठक को किशोर कुमार मुन्ना, पत्रकार एवं जेपी सेनानी दिनेश सिंह, पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह, अमरेन्द्र राजेश, अशोक कुमार सिंह, जदयू सेवा दल के संजय कुमार सिंह जदयू नेता छोटू सिंह, श्रीमती विजया सिंह सासाराम के पत्रकार अखिलेश कुमार सिंह ने सम्बोधित किया।