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पटना : कृतांश में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक, किड्स जोन का मना आठवां वार्षिकोत्सव

पटना (अनूप नारायण) : दिन रविवार 8 दिसंबर, 2018। छोटे-छोटे चिड़ियाँ........, चल नाचूँ यार....,दिल दे दिल दे दे रे भैया...., लो जे माँ दुर्गा मां....., वाल्ला रे वाल्ला वाल्ला...., जैसे गानों पर जैसे हीं नन्हें-मुन्हें बच्चों ने प्रस्तुति देनी शुरू की वैसे हीं सारा हॉल तालियों की गरगराहट से गूंज उठा। भारत के विभिन्न त्योहारों को एक कार्यक्रम के माध्यम से दर्शा कर जो बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी, वो दृश्य हर कोई अपने कैमरे में कैद कर लेना चाहता था। मौका था नीतिबाग स्थित किड्स जोन-एन एलीमेंट्री स्कूल के आठवें वार्षिकोत्सव का जिसका आयोजन शनिवार को नारायणी वाटिका में बड़े ही धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत स्कूल के निदेशक अनिल कुमार व प्राचार्या प्रतिमा सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात स्कूल के बच्चों द्वारा स्वागत गीत एवं नृत्य से आगत अतिथियों का स्वागत किया गया। कृतांश कार्यक्रम में बच्चों ने भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति को अपने नृत्य, नाटक एवं संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया जिसे देख हॉल में उपस्थित लोग मंत्रमुग्ध हो गए। बच्चों ने देश के प्रमुख त्योहारों जैसे होली, दीवाली, क्रिसमस, मकर संक्रांति, ईद, दशहारा, छठ लोहड़ी आदि को नृत्य के द्वारा लोगों के सामने प्रस्तुत किया।

जहां एक ओर बच्चों ने लोगों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराया वहीं कुछ बच्चों ने नाटक के द्वारा भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, बाल मजदूरी, गरीबी आदि समाज की कुरूतियों को दर्शाया। इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए स्कूल की प्राचार्या प्रतिमा सिंह ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों से बच्चों का मनोबल बढ़ता है। इस कृतांश कार्यक्रम के माध्यम से हम बच्चों को भारत की विभिन्न संस्कृति से रूबरू कराना चाहते हैं ताकि वो देश के सभ्यता व  संस्कृति से परिचित हो सकें।

मौके पर उपस्थित अपने संबोधन में स्कूल के निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के अंदर की प्रतिभा की उजागर करती है, जो बच्चों की सर्वांगीण विकास के लिए अति आवश्यक है। कार्यक्रम के अंत में स्कूल के निदेशक व प्राचार्या द्वारा केक काटा गया जिसे बच्चों व शिक्षकों में वितरित कर एक दूसरे को शुभकामनाएं दी गईं। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल की शिक्षिका सविता, स्नेहा व बबिता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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