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पटना : "भीख नहीं भागीदारी चाहिए, सत्ता में हिस्सेदारी चाहिये" के नारे से गूँजा गाँधी मैदान

[न्यूज डेस्क | दयानन्द साव]
राजधानी पटना के ऐतिहासिक गाँधी मैदान पटना आज एक विशाल हुँकार रैली का गवाह बना। मौका था कानू-हलवाई चेतना रैली का जिसमें देश के कोने-कोने से कानू-हलवाई समाज के लोग अपनी हक और हिस्सेदारी के लिये एक बैनर के नीचे लाखों की संख्या में इकट्ठा हुए।
        कानू-हलवाई चेतना रैली का विधिवत उद्घाटन खगड़िया की पूर्व विधायक एवम वर्तमान में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्रीमती चंद्रमुखी देवी,बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री श्री प्रमोद कुमार गुप्ता, कुढ़नी विधायक श्री केदार प्रसाद गुप्ता, रैली के संयोजक राजद के विधान पार्षद शेर-ए-बिहार श्री राधाचरण साह उर्फ सेठजी एवम संरक्षक श्री नन्द कुमार प्रसाद उर्फ नन्दू बाबू ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अध्यक्षता राजद विधान पार्षद श्री राधाचरण साह उर्फ सेठजी ने किया।
उद्घाटनकर्ता श्रीमती चंद्रमुखी  देवी ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज कानू समाज आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक रूप से काफी पिछड़ा हुआ है। जबतक कानू को अनुसूचित जाति का दर्जा नहीं मिलता है तो समाज का भला नहीं हो सकता है। आज हमारा समाज राजनीतिक रूप से हासिये पर ढकेल दिया गया है। इसलिए मैं इस अपार जनसमूह से विनम्र निवेदन करना चाहती हूँ कि आपसी भेदभाव को भूलकर एक हों। रैली को सम्बोधित करते हुए कुढ़नी विधायक श्री केदार प्रसाद गुप्ता ने कहा कि भले ही मैं किसी पार्टी का विधायक हूँ पर मैं समाज के साथ हूँ। जो भी पार्टी कानू समाज को सही प्रतिनिधित्व देगा हमारा समाज उसके साथ रहेगा। रैली को सम्बोधित करते हुए जदयू वैश्य प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव भाई गणेश साव कानू ने कहा कि कानू जाति को जबतक अनुसूचित जाति में शामिल नहीं किया जायेगा तबतक जाती का उत्थान नहीं हो सकता है। कानू को अनुसूचित जाति में शामिल किये जाने तक संघर्ष जारी रहेगा।
रैली को सम्बोधित करते हुए रैली के संरक्षक एवम उत्तर बिहार के गाँधी कहे जाने वाले श्री नन्द कुमार प्रसाद साह उर्फ नन्दू बाबू ने कहा कि आज दो-ढाई प्रतिशत जनसंख्या वाले लोग सत्ता के शीर्ष पर बैठे हुए हैं और हमारी आबादी सात प्रतिशत भी होकर हमें उचित भागीदारी नहीं मिल रही। अब हमारा समाज जग गया है और हम सभी आदरणीय राधाचरण सेठजी के नेतृत्व में इनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का संकल्प लेकर यहाँ से जाएंगे कि जो भी राजनीतिक दल हमारे समाज को सत्ता में भागीदारी देगा आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हमारा कानू समाज उसी को सत्ता के सिंहासन पर पहुँचाने का काम करेगा।
  अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में  रैली के संयोजक एवम आरा से राजद विधान पार्षद शेरे बिहार श्री राधाचरण साह उर्फ सेठजी ने हुँकार भरते हुए कहा कि कानू-हलवाई जाति को जबतक अनुसूचित जाति का दर्जा एवम सत्ता में समुचित भागीदारी नहीं देता है,मैं चैन से बैठनेवाला नहीं हूँ। इसके लिये हम सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने के लिये हमेशा तैयार हूँ। उन्होंने कहा कि कानू जाति किसी  राजनीतिक दल का बंधुआ मजदूर नहीं है। आज तक सभी पार्टीयाँ हमारे समाज को ठगते आया हैं, पर अब ये सब नहीं चलेगा जो हमारी कानू-हलवाई जाति हित का बात करेगा वही बिहार और केन्द्र की गद्दी पर राज करेगा और इसके लिए व्यक्तिगत तौर पर मुझे किसी भी प्रकार की कुर्बानी देना पड़े तो इसके लिये समाजहित में मैं हमेशा तैयार हूँ। नेताओं के भाषणों के बीच-बीच में कानू-हलवाई जिंदाबाद, भीख नहीं भागीदारी चाहिए-सत्ता में हिस्सेदारी चाहिए के नारे से पूरा गाँधी मैदान गुँजायमान होता रहा। लोगों का उत्साह इस तरह कि तेज धूप में भी अपने हक-हकूक की बात सुनने के लिए बेफिक्र डँटे रहे।
रैली को तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, पूर्व विधायक राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, गोपाल प्रसाद गुप्ता, डा.अनिल कुमार अनल,कुन्दन गुप्ता, भागलपुर जिप अध्यक्ष टुनटुन साह,भागलपुर मेयर सीमा साह सहित पूरे देश से आये कानू समाज के विभिन्न संघों के प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया।
      रैली में बिहार सहित देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में कानू हलवाई समाज के लोगों ने हिस्सा लिये।