{गिद्धौर | अभिषेक कुमार झा}
हिंदू धर्म में पौराणिक मान्यता के अनुसार पुत्रों की दीर्घायु की कामना को लेकर माताओं ने सोमवार को नहाय-खाय के साथ मंगलवार को निर्जला उपवास रखकर जीउतिया अनुष्ठान किया। माताओं के लिए सभी पर्व में से यह कठिन तपस्या का पर्व माना गया है। मंगलवार को 24 घंटे के निर्जला उपवास के बाद बुधवार को पारन के साथ यह अनुष्ठान संपन्न हुआ।
बुधवार अनुष्ठान के समापनोपरांत, चढाए गये नवैद्यों को माताओं ने अपने पुत्र को सुपुर्द किया।
जीउतिया पर्व के मद्देनजर गिद्धौर बाजार में खाद्य सामग्रियों व फलों की खरीददारी के लिए काफी चहल पहल देखी गईं।
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