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बिहार में विकास का वाहक बना कॉम्फेड : मुख्यमंत्री

Gidhaur.com (पटना) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार, 18 अप्रैल सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में कॉम्फेड के 35वें स्थापना दिवस समारोह का दीप प्रज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले कॉम्फेड के 35वें स्थापना दिवस पर आप सभी को बधाई देता हूं। इससे पहले कई बार स्थापना दिवस पर मुझे उपस्थित होने का मौका मिला है।
कॉम्फेड एवं पशु एवं मत्स्य विभाग को इस कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए भी मैं आप लोगों को धन्यवाद देता हूं। जब हमने कार्यभार संभाला था उस समय 4 लाख लीटर दूध का संग्रहण होता था और आज प्रतिदिन 20 लाख 85 हजार लीटर दूध का संग्रहण हो रहा है, ये कोई मामूली बात नहीं है। हम चाहते हैं कि इसमें और तरक्की हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दुग्ध का संग्रहण एवं वितरण ठीक ढंग से नहीं हो रहा था। आज इसमें काफी सुधार हुआ है। आज दूध के उत्पादों की बाजार में विश्वसनीयता काफी बढ़ी है, जैसे मिठाई, पाउडर आदि।
पहले दूध का पाउडर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश जाना पड़ता था। आज टेट्रा पैकिंग उत्पाद की शुरुआत की गई है। इसका उपयोग 3 से 6 महीने तक किया जा सकता है। यह अच्छे फ्लेवर्ड में स्वास्थ्यवर्द्धक एवं स्वादिष्ट है। हमने इसका पहले ही सुझाव दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने डेयरी प्लांट के लिए कॉम्फेड को काफी सहयोग किया है ताकि इसका विस्तार हो सके, दुग्ध उत्पादन बढ़े, दुग्ध उत्पादकों को बेहतर पैसा मिले इसकी गारंटी होे। अपने यहां दुग्ध खपत की काफी संभावना है। अभी भी हम राष्ट्रीय औसत से नीचे हैं। दुग्ध उत्पादन के लिए संगठित होकर काम किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां एवं संगठन इसके लिए कार्यशील हैं। आज कॉम्फेड एवं सुधा की प्रतिष्ठा बिहार के साथ-साथ बिहार के बाहर भी काफी है।
वर्ष 2017-18 में प्रतिदिन 14 लाख 55 हजार लीटर दुग्ध का व्यापार हुआ है। टेट्रा पैक दुग्ध का विपणन 24 लाख 45 हजार लीटर हुआ है। सुधा अल्ट्राहीट ट्रीटमेंट (यू0एच0टी0) का विपणन बिहार राज्य के अतिरिक्त झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड एवं अरुणाचल प्रदेश आदि राज्यो में हो रहा है।
सुधा के उत्पाद काफी प्रचलित हो रहे हैं, इसका बाजार बिहार के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं उत्तर पूर्वी राज्यों के 160 शहरों में विस्तारित हुआ है। मुझे विश्वास है कि कॉम्फेड अपने विपणन को और बढ़ाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशु एवं मत्स्य विभाग ने पशु चिकित्सा एवं पशु सुविधा के लिए काम किया है। पिछले साल राज्य सरकार द्वारा 5 करोड़ 26 लाख पशुओं का टीकाकरण किया गया है। जनवरी 2018 तक 52 लाख 13 हजार पशुओं का कृमिनाशन किया गया। यह काम निरंतर चलते रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में महिलाओं को आगे लाने के लिये महिला सहकारी समिति के गठन का सुझाव दिया गया था। मुझे खुशी है कि कॉम्फेड के माध्यम से 2653 महिला सहकारी समितियों का गठन किया जा चुका है। इससे न सिर्फ महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि परिवार की आमदनी बढ़ेगी और समाज में महिलाओं का महत्व भी बढ़ेगा। इस तरह के प्रोत्साहन से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा।
महिला विकास निगम ने महिला सहकारी समितियों की सफलता गाथा में जमीनी स्तर पर इसका आकलन किया है जिसमें पता चलता है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में ठोस काम किया गया है। इन महिला सहकारी समितियों का और विस्तार करते रहिए इससे दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी और लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी।

अनूप नारायण
पटना     |      22/04/2018, रविवार

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