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सरस्वती पूजा आज, यहाँ जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

Gidhaur.com (धर्म) : साहित्य, संगीत और कला की अधिष्ठात्री माँ सरस्वती की पूजा सोमवार, 22 जनवरी यानि आज बसंत पंचमी को की जायेगी। गिद्धौर में कई जगहों पर मूर्तिकारों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमाएं बनाई गई हैं। मूर्तिकारों ने प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे दिया है तो दूसरी ओर पूजा को लेकर तैयारियां हफ्ते भर से जारी है। विद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों में भी पूजा को लेकर उत्साह है।
 सार्वजनिक पुस्तकालय, विभिन्न विद्यालयों एवं स्थानीय कई छोटे-बड़े पूजा समितियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जायेगी। सभी संस्थानों के छात्रगण एवं समितियों के सदस्य भव्य सरस्वती पूजा के आयोजन की तैयारी में लगे हैं। पूजा समितियों द्वारा पूजा पंडाल को आकर्षक रूप से सजाया जा गया है। जिसमें रंग-बिरंगे बल्ब, झालर व लड़ियों का प्रयोग किया गया है।
सभी मूर्तिकार माता की प्रतिमा को अंतिम रूप देकर रंग-रोगन के साथ वस्त्र-अलंकार से सजा चुके हैं। मूर्तिकारों ने मनमोहक एवं आकर्षक प्रतिमाएँ बनाई है। प्रतिमाओं की ऊंचाई करीब दस फीट तक भी है। इसके अलावा एक फीट की भी प्रतिमाएं बनी हैं। यहां प्रतिमा में मिट्टी का उपयोग किया गया है, लेकिन मुख के लिए गंगा की मिट्टी लाई गई है। गिद्धौर के मूर्तिकारों द्वारा बनाई प्रतिमाएं आसपास के गांव सहित लछुआड़, बढ़इया, जमुई व दूसरे शहरों में भी गई हैं।
पंचमी को होती है माँ शारदे की पूजा
बसंत पंचमी माघ मास के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि माघ शुक्लपक्ष पंचमी के दिन ही विद्या की देवी माता सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती की विशेष तौर पर पूजा की जाती है।
ऐसा है माँ का स्वरूप
माँ सरस्वती के एक हाथ में ग्रंथ है। वे कमलपुष्प पर विराजमान हंसवाहिनी हैं। उन्हें विद्या एवं बुद्धि की देवी माना जाता है। संगीत क्षेत्र से जुड़े व कलाकार माँ सरस्वती के पूजन के बाद ही कोई नई चीज की शुरुआत करते हैं। बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती से विद्या, बुद्धि, कला एवं ज्ञान का वरदान मागा जाता है।
क्या है शुभ मुहूर्त
पंचमी तिथि प्रारंभ : 21 जनवरी 2018 रविवार को 15.33 बजे से
पंचमी तिथि समाप्त : 22 जनवरी 2018 सोमवार को 16.24 बजे तक
पूजा 22 को ही होगी। सुबह से लेकर शाम तक।
सुशान्त साईं सुन्दरम
गिद्धौर      |     21/01/2018, सोमवार





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