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जर्जर है अलीगंज का राजस्व कचहरी, छत-दीवारों में है दरार

Gidhaur.com (अलीगंज, जमुई) : प्रखंड के लाखों के आय का साधन अंचल कचहरी का भवन जर्जर अवस्था में है जो कभी भी धाराशायी हो सकता है। इस जगह जहां दिनभर लोगों का जमावड़ा लगा रहता है और सरकार को लाखों का राजस्व देने वाला तहसील कचहरी का भवन आज तक खपरैलनुमा भवन में चल रहा है। जिसमें राजस्व कर्मचारी का कार्यालय चलता है और प्रखंड के विभिन्न हल्का के किसान लगान जमा करने आते है। राजस्व कचहरी भवन का छत टुट कर गिर रहा है जो कभी भी धाराशायी हो सकता है। लाखों का राजस्व का आमदनी का केन्द्र राजस्व कचहरी आज अपनी बदहाली का आँसु बहाने को विवश है। लगान जमा करने आये किसान गोरेलाल यादव, ब्रह्मदेव सिंह, मनोज कुमार ने बताया कि कचहरी का भवन आज हाईटेक युग में भी खपरैलनुमा है और छत से बारिश के मौसम में पानी गिरता है। किसान धर्मेन्द्र कुशवाहा बताते है कि राजस्व कचहरी आने पर लोगों का भवन के छत पर नजर पड़ते ही भय उत्पन्न हो जाता है। उसी खपरैलनुमा छत के नीचे राजस्व कर्मचारी राजस्व की तसीली करते है। राजस्व कर्मचारी परिमल कुमार ने बताया कि कचहरी का छत-दीवार फटा हुआ है, जो कभी भी खतरा हो सकता है। खासकर बरसात के दिनों में कागजात रखने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मुखिया प्रतिनिधि मनोज मेहता ने बताया कि राजस्व कचहरी सरकार के आय का जरिया है और प्रखंड से लाखों का राजस्व आमदनी सरकार को होती है। कई बार प्रखंड से लेकर जिला तक राजस्व कचहरी को बनवाने की मांग की गई है लेकिन आज तक कोई सकारात्मक पहल नही हो पाया है। इस जर्जर भवन में ही राजस्व कर्मचारी किसानों से लगान की वसुली करते है। जो कभी भी खतरा का गवाह बन सकता है। अंचलाधिकारी रवि प्रसाद ने बताया कि जिला के पदाधिकारियों को राजस्व कचहरी के जर्जर भवन के बारे में सूचना दिया गया है।

चंद्रशेखर सिंह
अलीगंज, जमुई      |      18/01/2018, गुरुवार

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