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धूल फांक रहे विद्यामंदिर के कंप्यूटर, कैसे साकार होगा डिजिटल इंडिया का सपना?

Gidhaur.com (न्यूज़ डेस्क)समाज के शैक्षणिक मंच पर डिजिटल इंडिया का अभिनय देखना हो तो जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड में तशरीफ़ लाइए। गिद्धौर स्थित महाराज चंद्रचूड़ विद्यामंदिर के तकनीकी कक्ष में रखे दर्जनों कम्प्यूटर आज धूल फांक रहे हैं। यहां प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया का ख्वाब धरातल पर उतरने से कतरा रहा है। विदित हो कि वर्ष 2014 के फरवरी माह में इस विद्यालय के हीरक जयंती समारोह में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पी. के. शाही द्वारा यहाँ के तकनीकी कक्ष में छात्रों के हित को देखते हुए दर्जनों कम्प्यूटर मुहैया करवाया गया था, परंतु तब से लेकर अब तक शायद ही कभी इस कम्प्यूटर कक्ष में सूर्य के किरणों का प्रवेश हुआ होगा।

हलांकि, तकरीबन एक वर्ष पूर्व विद्यालय के कंप्यूटर कक्ष से लगभग दर्जन भर कंप्यूटर की चोरी हुई थी। लेकिन उसके बाद शेष बचे कुछ कंप्यूटर पर उंगलियां थिरकाने का ख्वाब लिए महाराज चंद्रचूड़ विद्या मंदिर, गिद्धौर के विद्यार्थी निजी कम्प्यूटर शैक्षणिक संस्थानों का चक्कर लगाकर आर्थिक दोहन को विवश हैं।

विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मो. मंजूर आलम का कहना है कि हमारे इस विद्यालय में कम्प्यूटर के शिक्षक न होने की वजह से यहां के विद्यार्थी कम्प्यूटर की शिक्षा से वंचित हैं। विभाग को कई बार इस संबंध में जानकारी दी गई है, लेकिन इसके एवज में अभी तक कुछ भी प्रतिउत्तर फिलहाल प्राप्त नहीं हुआ है।

गौरतलब है कि जहां आजकल भाग दौड़ भरी जिंदगी मे तकनीकी शिक्षा की होड़ मची हुई है, एवं प्रत्येक क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा को अनिवार्य किया जा रहा है, वहीं इस विद्यालय के छात्रों को कम्प्यूटर की तकनीकी शिक्षा न मिलने से वो डिजिटल इंडिया से कोसों दूर जा रहे हैं। इस बिंदु को लेकर निजी विद्यालय के शिक्षार्थी कंप्यूटर की शिक्षा में अपना शंखनाद करते हैं, परन्तु सरकारी पाठशालाओं में तकनीकी शिक्षा को लेकर संबंधित विभाग की गतिविधियाँ मौन है। गौरतलब है की महाराज चंद्रचूड विद्यामंदिर में बिजली की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। 

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