Breaking News

6/recent/ticker-posts

पुण्यतिथि पर याद किये गए दिग्विजय सिंह

विशेष : शनिवार की भोर जैसे ही हुई जनसमूह के कदम उस ओर बढे जा रहे थे जहाँ जनप्रिय राजनेता दिग्विजय सिंह को पंचतत्व में विलीन किया गया था। 2010 में 24 जून को उन्होंने आखिरी सांस ली थी। गिद्धौर के नयागांव में जन्म लेने वाले दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय फलक पर अपनी अमिट पहचान बनाई।

विकासपुरुष और गरीबों के पुरोधा कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह ने हमेशा ही पिछड़े-वंचितों और जरूरतमंदों की यथासंभव सहायता की थी। विकास कार्य आदि की चर्चाओं में आज भी गली-चौराहों, चाय दुकानों और अन्यत्र दिग्विजय सिंह का नाम लिया जाता है। बांका एवं गिद्धौर के विकास में दिग्विजय सिंह का योगदान सर्वोपरि रहा है। अभी भी लोग यह कहते नहीं थकते कि दिग्विजय सिंह होते तो गिद्धौर की तस्वीर ही कुछ और होती।

यूँ तो कई राजनेता हुए हैं लेकिन जनमानस का जो प्यार दिग्विजय सिंह को मिला है वो बिरले ही किसी अन्य राजनेता को मिला होगा। तभी तो उनके निधन पर उनके चाहने वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। चीत्कार करती एक स्थानीय महिला की अख़बार में छपी तस्वीर आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। केंद्र में मंत्री पद पर रहते हुए भी उन्होंने लोगों को अपने सामर्थ्य अनुरूप रोजगार एवं आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध करवाईं। जमीन से जुड़े नेता होने की वजह से उनका जुड़ाव लोगों से हमेशा बना रहा।

इसी महामानव दिग्विजय सिंह की सातवीं पुण्यतिथि शनिवार को गिद्धौर के नयागांव स्थित उनके समाधी स्थल पर मनाई गई। राज्य, देश एवं इलाका के बड़े राजनीतिक सूरमाओं का जमावड़ा हुआ। साथ ही क्षेत्र की आम जनता ने भी उनके समाधि स्थल पर पहुँच कर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों का एकत्रित होना यह दर्शा रहा था कि दिग्विजय सिंह किसी दल विशेष के नेता न होकर एक ऐसा चमकता सितारा थे जिनके जाने के बाद भी लोग उनके विचारों, आदर्शों एवं प्रतिभाओं की आभा को आत्मसात करने को लालायित रहते हैं। पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए जिलाभर से एवं बांका व विभिन्न जगहों से आये लोगों की भीड़ सुबह से ही जुटनी शुरू हो गई थी। दिग्विजय सिंह की समाधि एवं उनकी प्रतिमा पर फूल-माला से श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ भजन-कीर्तन का भी आयोजन हुआ।

जमुई सांसद चिराग पासवान, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष दामोदर रावत, झाझा विधायक रवीन्द्र यादव, भाजपा के बांका प्रभारी मनीष पांडेय, रालोसपा नेता अनिल सिंह, जमुई के पूर्व विधायक अजय प्रताप, गिद्धौर प्रखंड प्रमुख शंभु कुमार केशरी, जमुई भाजपा जिलाध्यक्ष भास्कर सिंह, बांका भाजपा जिलाध्यक्ष विकास सिंह, लोजपा जिलाध्यक्ष बेबी यादव, लोजपा प्रदेश महासचिव चन्दन सिंह, अनीता मंडल सहित सैंकड़ों राजनीतिक व्यक्तियों एवं स्थानीय ग्रामीणों ने श्रद्धा के पुष्प चढ़ाकर दिग्विजय सिंह को याद किया। 


श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने स्व. दिग्विजय सिंह के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर चर्चा की एवं  भारतीय राजनीति एवं समाज के लिए उन्हें आदर्श व्यक्ति बताया। सभी ने कहा कि दिग्विजय सिंह क्षेत्रीय एवं संकुचित राजनीतिज्ञ न होकर सर्वमान्य नेता थे। उनके जीवन काल में विरोधियों द्वारा भी सदैव उनका सम्मान किया जाता था एवं उनकी नीतियों और सुझाव पर सत्तारूढ़ दलों द्वारा अमल किया जाता था।

दिग्विजय सिंह के भाई कुमार त्रिपुरारी सिंह, दिनेश कुमार सिंह, प्रमोद सिंह, उनकी बड़ी बेटी मानसी सिंह, उनके भतीजे युवा नेता सह लोजपा के युवा प्रदेश महासचिव राष्ट्रदीप सिंह व युवा नेता चंदन सिंह ने भी समाधि पर पुष्प अर्पित किये। इनके अतिरिक्त कई दिग्गज नेताओं, बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों, पत्रकारों, शिक्षकों एवं हर क्षेत्र से सम्बन्ध रखने वाले आम और ख़ास लोगों  ने अपने चहेते नेता को श्रद्धांजलि दी। 

दिग्विजय सिंह एक ऐसे महान व्यक्ति थे जो पूरी जिंदगी आदर्शो की राजनीति करते आये और बेदाग रहकर इस दुनिया से चले गए। वर्तमान परिदृश्य की बदलती राजनीति में स्व. दिग्विजय सिंह एक आदर्श हैं तथा युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।  

(सुशान्त साईं सुन्दरम)
~गिद्धौर        |        25/06/2017, रविवार 

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ